
Books of Harish Kumar
हरीश कुमार उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के पुरवा रसूलपनाह गाँव के निवासी हैं। एक साधारण ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े हरीश कुमार का जीवन संघर्षों और सीमित संसाधनों के बीच संवरता रहा। सीमावर्ती क्षेत्र में बिताए गए उनके अनुभवों ने न केवल उन्हें जीवन की कठिनाइयों से जूझना सिखाया, बल्कि उन्हें गहरी संवेदनशीलता और प्रखर दृष्टिकोण भी दिया।
लेखन उनके हृदय की सहज अभिव्यक्ति है, जो उनके जीवन के अनुभवों, रिश्तों की जटिलताओं और अधूरी इच्छाओं को शब्दों के माध्यम से सजीव कर देती है।
उनकी रचनाएँ यथार्थ के धरातल पर भावनाओं की गहराई को स्पर्श करती हैं, जिससे पाठकों के मन में गूंजती संवेदनाएँ जागृत हो उठती हैं। सरलता और सहजता से ओतप्रोत उनकी लेखनी, जीवन की सच्चाइयों को उजागर करने के साथ-साथ मानवीय अनुभूतियों की कोमल धाराओं को भी अभिव्यक्त करती है।